विश्वविद्यालय ने सरकार को लिखा पत्र
रुहेलखंड विवि ने की 31 कॉलेजों के बीएड की सम्बद्धता खत्म
यूपी में बदतर होती शिक्षा व्यवस्था के लिए राज्य सरकार सीधे तौर पर जिम्मेदार है। शिक्षा माफियाओं का काकस सरकार और अफसरों पर इस कदर भारी है कि वे स्ववित्त पोषित पाठ्यक्रम चलाने के नाम पर लूट मचाए हैं। शाहजहांपुर के जीएफ कॉलेज ने तो बीएड में प्रवेश के लिए छात्रों से 10-10 हजार रुपए ऐंठ लिए और उन्हें पांच-पांच हजार रुपए की रसीद पकड़ा दी। जबकि सबसे चौकन्ना कर देने वाली बात यह है कि जीएफ कॉलेज एनसीटीई से मान्यता प्राप्त भी नहीं है। रुहेलखंड विश्वविालय ने भ्रष्टाचार में डूबे ऐसे 31 महाविालयों की बीएड की सम्बद्धता समाप्त कर शासन को पत्र लिखा है, जो शिक्षा के नाम पर करोड़ो रुपए अंदर कर रहे हैं।रुहेलखंड विवि ने की 31 कॉलेजों के बीएड की सम्बद्धता खत्म
शाहजहांपुर के जीएफ कॉलेज की इस कारस्तानी का खुलासा आरटीआई के जरिए हुआ है। केन्द्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने सूचना का कानून के तहत स्पष्ट किया है कि शाहजहांपुर का जीएफ कॉलेज एनसीटीई द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है। इस कॉलेज को सशर्त अस्थायी मान्यता देना प्रस्तावित था किंतु शर्त पूरी न होने पर कमेटी ने मान्यता निरस्त कर दी है। उधर बरेली के उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ. अश्विनी कुमार गोयल ने शाहजहांपुर के जिलाधिकारी को भेजे एक पत्र में खुद स्वीकार किया है कि यह कॉलेज न तो एनसीटीई द्वारा मान्यता प्राप्त है बल्कि कॉलेज शासन को भी स्ववित्त पोषित बीएड के पाठ्यक्रम की भ्रामक जानकारी देता रहा है। अल्पसंख्यक संस्था होने की आड़ में तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया।
क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी ने यह कह कर चौंका दिया कि बीएड में प्रवेश के समय छात्रों से 10-10 हजार रुपए वसूले गए और उन्हें पांच-पांच हजार रुपए की रसीद काट कर थमा दी गई। 22 छात्रों ने तो हलफनामा देकर यह स्वीकार भी किया है कि उनसे 10-10 हजार रुपए बीएड में प्रवेश के तौर पर वसूले गए हैं।
शिकायतकर्ता गौरव शुक्ला ने डीएनए को बताया कि रुहेलखंड विश्वविालय ने ऐसे 31 महाविालयों को चिन्हित किया है जो गैर कानूनी तौर पर स्ववित्त पोषित पाठ्यक्रम चला रहे हैं। छात्रों से मनमाने पैसे वसूल रहे हैं। विश्वविालय ने कार्यपरिषद की बैठक में 31 महाविालयों की बीएड की सम्बद्धता वापस लिए जाने का निर्णय लिया है। इसमें एस एन कॉलेज चंदोसी, जीएसडी कॉलेज सुरजन नगर मुरादाबाद, मुस्लिम गर्ल्स कॉलेज मुरादाबाद, ग्रामोदय महाविालय मुरादाबाद, बिबेक कॉलेज बिजनौर, नायाब अब्बासी गर्ल्स कॉलेज अमरोहा, आरपी डिग्री कॉलेज मीरगंज बरेली, मॉडल पब्लिक कॉलेज, एजूकेशन मुरादाबाद, स्प्रिंगडेल कॉलेज पीलीभीत, रक्षपाल बहादुर टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टीटयूट बरेली, खंडेलवाल कॉलेज बरेली, धर्मजीत सिंह महाविालय शाहजहांपुर, राशिदाबेगम मुस्लिम महाविालय अमरोहा, आरएसडी एकेडमी मुरादाबाद, हाशमी गर्ल्स कॉलेज अमरोहा, गोविंद डिग्री कॉलेज मुरादाबाद, धामपुर डिग्री कॉलेज धामपुर, बालाजी एकेडमी मुरादाबाद, ज्योति कॉलेज बरेली, बाबू राम सिंह भाई सिंह महाविालय बदायूं, केवलानंद बीएड कॉलेज बिजनौर, विवेकानंद महाविालय बिजनौर, श्रीराम कॉलेज ऑफ एजूकेशन गजरौला, फैज ए आम कॉलेज शाहजहांपुर, स्प्रिंगडेल महाविालय बरेली, रामा इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजूकेशन बिजनौर, भगवंत सिंह महाविालय मुरादाबाद, पुष्प इंस्टीट्यूट पीलीभीत, आरबीडी महिला महाविालय बिजनौर, सैय्यद डिग्री कॉलेज बदायूं और जुगल किशोर महाविालय बदायूं की बीएड की सम्बद्धता वापस लिए जाने का निर्णय लिया है।
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