Friday, 8 April 2011

घोटालों की महारानी मायावती : भाजपा

पार्टी ने 100 घोटालों का आरोपपत्र जारी किया


भाजपा ने यूपी में अब दिमागी खेल खेलना शुरू कर दिया है। पार्टी हाईकमान दिल्ली में अन्ना हजारे द्वारा शुरू भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम को उत्तर प्रदेश की ओर मोड़ने के फिराक में है। प्रदेश में भाजपा के अनुकूल माहौल पैदा करने के उद्देश्य से ही पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री और चार्टड एकाउंटेंट डॉ. किरीट सौमय्या ने गुरुवार को लखनऊ में माया के 100 घोटाले की फेहरिस्त तैयार कर यह कहने की पुरजोर कोशिश की कि अंधेर नगरी कायम कर माया महारानी पूरे प्रदेश को चौपट कर चुकी हैं। उन्होंने राजकोष को एटीएम मशीन की तरह इस्तेमाल कर भ्रष्टाचार के मामले में केंद्र की कांग्रेस सरकार को भी पछाड़ दिया है।

डॉ. किरीट सोमय्या ने गुरुवार को पार्टी दफ्तर में जिस तरह मायावती के 100 घोटालों की फेहरिस्त एक-एक कर मीडिया के सामने पेश की, वह माया मेमसाहब के रणनीतिकारों को जरूर हैरान कर देने वाला है। अगर कहीं अन्ना हजारे के आंदोलन का रुख दिल्ली से लखनऊ की ओर वास्तव में घूम गया तो यूपी की महारानी जरूर परेशानी में पड़ जाएंगी। भ्रष्टाचार के नाम पर भाजपा सिर्फ केंद्र सरकार को ही हिलते नहीं देखना चाहती बल्कि इसी बयार में वह माया सरकार को भी उड़ाने की हरचंद कोशिश में है। सोमय्या ने आरोप लगाया कि मायावती के सिर्फ दो वर्ष के कार्यकाल में दो लाख 54 हजार करोड़ का घोटाला हुआ है जो केंद्र के टूजी स्पेक्ट्रम और सीडब्लूसी घोटाले के बराबर है। भाजपा 12 जून को घोटालों की इस फेहरिस्त को देश के राष्ट्रपति को सौंपेगी। पार्टी ने घोटालों पर माया की मेहरबानियों का सिलसिलेवार वर्णन किया है जो इस प्रकार है:

माया गैंग - सरकार की चुनिंदा कारपोरेट हस्तियों ने बल प्रयोग कर 40 हजार करोड़ की जमीन कब्जा कर ली।

माया का उपहार- मुख्यमंत्री ने अपने कारपोरेट हस्तियों को नोएडा में एक लाख करोड़ की कीमती जमीन उपहार में दे दी।

माया की चीनी - माया के इशारे पर प्रदेश के 25 हजार करोड़ के चीनी कारखानों को औने-पौने दामों पर पौंटी चड्ढा व अन्य को दे दिया गया।

माया की सत्ता - संदिग्ध तरीके से ऊर्जा प्रोजेक्ट दिए गए जिसके कारण 20 हजार करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा।

माया का पावर - आगरा के बिजली उपभोक्ताओं के हितों को ताक पर रखकर टोरेंट पावर कम्पनी को वितरण की फ्रेंचाइजी दे दी गई। इससे सरकार को 25 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है।

माया धन की खान - चूना, रेत व पत्थरों की खानें अनाप-शनाफ तरीके से बसपा नेताओं के कहने पर दी गईं जिसमें 15 हजार करोड़ रुपए का हेरफेर किया गया है।

माया टैक्स - अवैध कर, हफ्ता वसूली, यूपी में इसे माया टैक्स कहा जाता है। शराब बेचने वाली हर दुकान में प्रति बोतल या प्रति पैग पर पांच से 10 रुपए का माया टैक्स वसूल कर 10 हजार करोड़ अंदर किया गया।

माया स्मारक - एससी/एसटी की गरीबी दूर करने व सामाजिक कल्याण के नाम पर करोड़ो रुपए बहाए जाते हैं स्मारकों के लिए पत्थरों में करोड़ो का घोटाला किया गया। स्मारकों के निर्माण के जरिए 5 हजार करोड़ का घोटाला किया गया है। इस प्रकार कुल दो लाख 54 हजार रुपए करोड़ रुपए का घोटाला किया गया है।

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