Friday 5 August 2011

सीडी में अवधपाल का अत्याचार देखो

लोकायुक्त द्वारा सीएम को भेजी सीडी डेली न्यूज ऐक्टिविस्ट के भी पास


कहते हैं कि अत्याचारी हुकूमत के आंख-कान सबके सब बंद होते हैं। उन्हें न कुछ दिखाई और न ही सुनाई पड़ता है। ऐसा ही कुछ सत्ता का नशा बसपाइयों के सिर चढ़ कर बोल रहा है। सरकार में बैठे हत्यारों की फौज भोली-भाली जनता के अरमानों का गला घोंट रही है। आम आदमी बदहवास है तो अराजकता पर उतारू मंत्री, विधायक और नेता गरीबों के गाढ़े खून-पसीने की कमाई को दोनों हाथों से लुटाने में लगे हैं। बीते चार सालों में कानून व्यवस्था के नाम पर कितने निर्दोषों को अपनी जान के साथ हांथ धोना पड़ा। सरकार की नाक के नीचे वह चाहे तीन-तीन सीएमओ का मर्डर हुआ हो या फिर एटा में बीते 10 जून को तीन-तीन मर्डर कराने वाले दबंग और माफिया मंत्री अवध पाल सिंह यादव हों वे खुलेआम माननीय मंत्री का लबादा ओढ़े अत्याचारी व हत्यारी सरकार का असली चेहरा जनता को दिखा रहे हैं। मगर ये सब देखते और सुनते हुए भी सूबे के निजाम की मुखिया माया मेमसाहब अपने मंत्री के खून से सने हाथ देखकर चुप्पी साधे हैं। समय-समय पर सरकार में बैठे दबंग और दागदार मंत्रियों व विधायकों का क्रूर चेहरा दिखाने वाले यूपी के लोकायुक्त न्यायमूर्ति एनके मेहरोत्रा भी निराश नहीं हैं बल्कि कर्नाटक के पूर्व लोकायुक्त जस्टिस संतोष हेगड़े की भांति अत्याचारी और अराजक सरकार की कलई खोलने में जुटे हैं। यह अलग बात है कि जस्टिस हेगड़े ने भ्रष्ट मुख्यमंत्री येदियुरप्पा को पैदल करके ही दम लिया। मगर न्यायमूर्ति मेहरोत्रा ने भी अभी हार नहीं मानी है और माया मेमसाहब को उनका असली चेहरा दिखाने में पूरी मुहिम के साथ लगे हैं। लोकायुक्त ने एटा में पिछले 10 जून को हुए तीन-तीन मर्डर केस में लिप्त दबंग और माफिया मंत्री की संलिप्तता वाली वह सीडी भी मैडम को भेज दी है जो अवधपाल को चीख-चीख कर असली गुनहगार बता रही है। यह सीडी डेली न्यूज ऐक्टिविस्ट के हाथ भी लगी है जिसे संक्षेप में दृश्यवार प्रस्तुत किया जा रहा है :

सीडी का प्रथम दृश्य-

(कस्बा जैथरा जिला एटा, मृतक विजय सिंह वर्मा के बेटे सोनू से पत्रकारों द्वारा मर्डर के सम्बंध में सवाल)

सवाल- क्या हुआ, क्या घटना हुई?

जवाब- 20-25 लोग आए, दनादन फायरिंग करने लगे, पापा को मारने लगे तो मम्मी उन्हें बचाने के लिए आगे आईं, उन्हें भी मारा-पीटा। फिर पापा को गोली मार दी। मेरे बच्चे, मेरे भइया को गोली मार दी।

सवाल- कसका हाथ है?

जवाब- बहुत बड़ी साजिश है। मंत्री जी का हाथ है। अवधपाल मंत्री उनका भाई एमएलसी और लड़का रणजीत।

सवाल- मंत्री ऐसा क्यों कर रहे हैं?

जवाब- एक मर्डर मेरी दुकान पर हुआ था। उसी मामले में मेरा भाई जो जेल में है। थाना इंचार्ज एके राय ने कहा कि तुम गुंडे हो। 15 लाख रुपए दो। मैं रात में 15 लाख दे आया।

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